Thursday, February 21, 2013


***** पीपल *****

- यह 24 घंटे ऑक्सीजन देता है .

- इसके पत्तों से जो दूध निकलता है उसे आँख में लगाने से आँख का दर्द ठीक हो जाता है .

- पीपल की ताज़ी डंडी दातून के लिए बहुत अच्छी है .

- पीपल के ताज़े पत्तों का रस नाक में टपकाने से नकसीर में आराम मिलता है .

- हाथ -पाँव फटने पर पीपल के पत्तों का रस या दूध लगाए .

- पीपल की छाल को घिसकर लगाने से फोड़े फुंसी और घाव और जलने से हुए घाव भी ठीक हो जाते है .

- सांप काटने पर अगर चिकित्सक उपलब्ध ना हो तो पीपल के पत्तों का रस 2-2 चम्मच ३-४ बार पिलायें .विष का प्रभाव कम होगा .

- इसके फलों का चूर्ण लेने से बांझपन दूर होता है और पौरुष में वृद्धि होती है .

- पीलिया होने पर इसके ३-४ नए पत्तों के रस का मिश्री मिलाकर शरबत पिलायें .३-५ दिन तक दिन में दो बार दे .

- कुक्कुर खांसी में छाल का 40 मी ली. काढा दिन में तीन बार पिलाने से लाभ होता है .

- इसके पके फलों के चूर्ण का शहद के साथ सेवन करने से हकलाहट दूर होती है और वाणी में सुधार होता है .

- इसके फलों का चूर्ण और छाल सम भाग में लेने से दमा में लाभ होता है .

- इसके फल और पत्तों का रस मृदु विरेचक है और बद्धकोष्ठता को दूर करता है .

- यह रक्त पित्त नाशक , रक्त शोधक , सुजन मिटाने वाला ,शीतल और रंग निखारने वाला है .

via- go green save earth

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