Thursday, February 21, 2013

एक अध्ययन में पता चला है कि उच्चरक्तचाप से पीडि़त

व्यक्ति के धुम्रपान करने पर नपुंसक होने का खतरा 27

प्रतिशत तक बढ़ जाता है। यहां तक कि धुम्रपान छोड़ चुके

ऐसे पुरुषों के धुम्रपान नहीं करने वालों की तुलना में नपुसंक होने

की संभावना 11 प्रतिशत अधिक होती है।

♥ हम आपको बताते है कि किस तरह धूम्रपान करके लोग अपने जीवन को जोखिम में डालते हैं... ♥

♥ त्वचा पर प्रभाव : अगर आप आपनी त्वचा से प्यार करते है

तो धुम्रपान करने की आदत को छोड़ना ही आपके लिए

अच्छा है। दरअसल धुम्रपान में 4000 प्लस

रसायनों की मौजूदगी होती है जिसके कारण

हमारी त्वचा का रंग काला होता है और हमारी त्वचा पर

झुर्रियां दिखाई देने लगती है। ऐसा होने से हम अपनी उम्र से काफी अधिक बूढ़े दिखाई देने लगते है। धूम्रपान करने से

हमारी त्वचा में होने वाले रक्त प्रवाह में भी कमी होती है।

♥ फेफड़ों पर प्रभाव : फेफड़ों का कैंसर लगभग भारत में

महामारी का रूप ले चुका है। इसकी एक वजह है देश में धुम्रपान

करने वालों की काफी तेजी से बढ़ती संख्या। सिगरेट में मौजूद

जीव-विष रूपी पदार्थ हमारे फेफड़ों तक ऑक्सीजन को जाने

से रोकते है जिसके कारण हमें कफ और खांसी के साथ-साथ कई

तरह की श्वास संबंधी बीमारियां होती है। जो बाद में फेफड़ों के कैंसर के रूप में सामने आती है। फेफड़ों के कैंसर से

संबंधित 90 प्रतिशत मामलों में ये पाया गया है कि ये कैंसर

धुम्रपान के कारण ही होता है।

♥ दाँतों और मसूड़ों पर प्रभाव : अगर आप लम्बें समय से धुम्रपान

कर रहे है तो अब आप अपने दांतों और मसूड़ो की ठीक से देख-

रेख शुरू कर दिजिए। दरअसल धूम्रपान करने से दांत पीले होने

के साथ-साथ मुंह से बास और मसूड़ों के खराब होने

संबंधी बीमारियां पैदा होती है। एक सोध के अनुसार धुम्रपान

ना करने वालों के मुकाबले धुम्रपान करने वालों के दांत ज्यादा कमजोर होते है और उनके टूटने

की संभावना भी काफी अधिक होती है, साथ ही मसूड़ों में

जलन और सूजन संबंधी दिक्कतें भी पैदा होती है।

♥ आपके पेट पर प्रभाव : धुम्रपान का आपके पेट और पाचन तंत्र पर

भी काफी हानिकारक प्रभाव पड़ता है। अध्धयन के अनुसार

सिगरेट के धुम्रपान से पेट में कई तरह

की परेशानियों की उत्पति होती है, साथ ही घुम्रपान करने

वाले व्यक्ति के शरीर के घाव ठीक होने में

भी काफी ज्यादा समय लगता है। अध्धयन के अनुसार धुम्रपान ना करने वालों के मुकाबले धुम्रपान करने वालों को पेट का कैंसर

होने की संभावना ज्यादा होती है।

♥ आंखों पर प्रभाव : अगर आप अपनी आंखों से प्यार करते है

तो धुम्रपान से तौबा कर लिजिए क्योंकि इस बात के

पुख्ता सबूत पाए गए है कि धुम्रपान करने से

आंखों को काफी नुकसान पहुंचता है। दरअसल धुम्रपान करने से

आक्सीडेन्ट नामक एक रसायन की उत्पति होती है जिससे

आपकी देखने की शक्ति में कमी आती है। धुम्रपान के कारण मोतियाबिंद जैसी बीमारी होने

की भी काफी संभावना होती है।

♥ कार्डियो – संवहनी पर प्रभाव : धुम्रपान न करने

वालों की तुलना में धुम्रपान करने वाले लोगों में

कार्डिया संबंधी बीमारियां ज्यादा पाई जाती है, जैसे- सीने मे

दर्द और सांस लेने में परेशानी होना आदि। लम्बें समय से

धुम्रपान करने वाले लोगों को एक अजीब

सी बीमारी हो जाती है जिसमें धुम्रपान न करने वालों के अनुरूप दिमाग तक रक्त का काम प्रवाह पहुंचता है।

फिटनेस पर प्रभाव : अगर आप यह सोचते है कि धुम्रपान

सिर्फ आपकी त्वचा और शरीर के अंगों के कार्यप्रणाली पर

ही असर करता है तो आप गलत सोचते हैं। अमेरिकन हार्ट

एसोसिएशन के अनुसार धुम्रपान करवालों की व्यायाम करने

की क्षमता में भी कमी आती है। इसके अलावा धुम्रपान करने

वालों को जल्दी-जल्दी सांस लेने के साथ-साथ दिल के तेजी से धड़कने में भी परेशानी आती है जिसके कारण धुम्रपान करने

वाला व्यक्ति शारीरिक प्रशिक्षण लेनें में असमर्थ रहता है।

♥ आपकी उंगलियों पर प्रभाव : अगर आप अपने चेहरे के साथ-

साथ उंगलियों को भी सुंदर देखना चाहते है तो अब आप

धुम्रपान से तौबा कर लिजिए क्योंकि धुम्रपान करने से

आपकी उंगलियां उम्र से पहले ही बूढ़ी दिखाने लगती है।

आपकी उंगलियों की त्वचा पर झुर्रियों की भरमार

हो जाती है।

♥ अगर आप भी धुम्रपान की आदत से परेशान हैं तो अपनाएं ये

आसान उपाय.... ♥

♥ बीडी, सिगरेट, गुटका, जर्दे आदि का सेवन करने की आदत

हो तो इनका सेवन करना बंद कर दें और जब इनके सेवन

की इच्छा हो तो नींबू चुसें। कुछ बूंदे नींबु के रस की जीभ पर

डालकर स्वाद लें। इससे उसके सेवन की इच्छा तुरंत समाप्त

हो जाएगी। इस तरह जब-जब भी सेवन करने

की इच्छा हो तो नींबू का सेवन करें।

♥ सौंफ को घी में सुखाकर तवे पर सुखा लें और जब भी सिगरेट

पीने की इच्छा हो आधा-आधा चम्मच चबाते रहें। इससे धीरे-

धीरे आपके अन्दर धुम्रपान करने की इच्छा समाप्त हो जाएगी।

इसके आलावा यदि आप पहले बताये हुए उपाय को नहीं कर

सकते हैं तो आप 50 ग्राम अजवाइन और 50 ग्राम मोटी सौंफ

को घी में सेंककर डिब्बी में भरकर रख लें। जब भी सिगरेट पीने की इच्छा हो, इस मिश्रण को आधा चम्मच लेकर चबाएं।

इससे आपके अन्दरधुम्रपान करने की इच्छा समाप्त हो जाएगी|

— go green save earth

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